भारतीय कुश्ती संघ के सभी पदाधिकारी अमान्य करार; ओलंपिक संघ का बड़ा फैसला, 45 दिन में होंगे चुनाव


भारतीय कुश्ती संघ के सभी पदाधिकारी अमान्य करार; ओलंपिक संघ का बड़ा फैसला, 45 दिन में होंगे चुनाव आईओए ने अकाउंट्स दस्तावेज मंगाए

भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने एक बड़ा फैसला किया है। आईओए ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के सभी निवर्तमान अधिकारियों को अमान्य करार दिया है। कुश्ती संघ को आदेश जारी कर उसके सभी पदाधिकारियों के प्रशासनिक, आर्थिक कार्य पर रोक लगा दी है। आईओए ने कुश्ती संघ से सभी दस्तावेज, अकाउंट्स और विदेशी टूर्नामेंटों के लिए भेजी जाने वाली एंट्री का लॉगिन, वेबसाइट संचालन तत्काल उसे सौंपने को कहा है। आईओए ने यह कदम खेल मंत्रालय की ओर से भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव रद्द कर आईओए की अस्थायी समिति को संघ के चुनाव कराने और उसके संचालन का जिम्मा सौंपे जाने के बाद उठाया है। भारतीय ओलंपिक संघ का ताजा फैसला जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों के प्रदर्शन के बाद बेहद अहम माना जा रहा है।

बता दें कि इससे पहले एक एडहॉक कमेटी बनाई गई थी, जो हर दिन डब्ल्यूएफआई के होने वाले फंक्शन पर नजर रख रही थी, यही कमेटी आने वाले समय में डब्ल्यूएफआई के चुनाव भी करवाएगी। कुश्ती संघ के चुनाव 45 दिन में कराने के आदेश खेल मंत्रालय ने आईओए को दिए हैं। इसके लिए तीन सदस्यीय अस्थायी समिति का गठन तीन मई को किया गया था, जिसमें वूशु संघ के भूपेंदर सिंह बाजवा, ओलंपियन निशानेबाज सुमा शिरूर और एक सेवानिवृत जज को शामिल किया गया है। इस समिति ने अपना कार्यभार भी संभाल लिया है। उसकी अगवाई में अंडर-17 और अंडर-23 एशियाई चैंपियनशिप की टीम का चयन ट्रायल भी घोषित कर दिया गया है। बता दें कि 18 जनवरी, 2023 को कुश्ती महासंघ और पहलवानों का ये विवाद सामने आया था। जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत कई दिग्गज पहलवान इक_ा हुए थे। उस दिन शाम चार बजे कुश्ती खिलाडिय़ों ने प्रेस कान्फ्रेंस की थी और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे।

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