लाहौल के किसानों को आलू करेगा मालामाल, पहली बार ₹4000 प्रति क्विंटल मिलेगा दाम


मनाली. हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति के आलु का डंका देश और विदेश में बजता है. अब यह आलू किसानों का भी मालामाल करेगा. एशिया की दूसरी सबसे बड़ी सोसाइटी कही जाने वाली लाहौल पॉटेटो सोसायटी के चेयरमैन सुदर्शन जस्पा ने मनाली में एक पत्रकारवार्ता यह जानकारी दी. तीन वैरियटी के दाम तय पॉटेटो सोसायटी के चेयरमैन सुदर्शन जस्पा ने कहा कि नई प्रबंन्धन समिति ने डूबती नैया को पार लगाने की कोशिश कर रही है. 

उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली बार लाहौल के किसानों को कुफरी चंद्रमुखी, कुफरी ज्योति और कुफरी हिमानी प्रजाति 4000 रुपए प्रति क्विंटल, सन्थाना 2800 रुपये प्रति क्विंटल, जबकि लाल खाने के आलू की कीमत 2400 रुपये तय है. अब लाहौल के किसानों को सोसायटी के कामकाज के लिए मनाली नहीं आना पड़ेगा. सोसायटी कारगा में ही अपना दफ्तर खोलने जा रही है. जस्पा ने बताया कि एलपीएस पिछले कई साल से लगातार अपनी साख को खो रहा था और अब नई प्रबंधन समिति आगे बढ़ाने के लिए लगातार संघर्ष कर रही है. 

सोसायटी ने कोविड़ काल मे भी बेहतर प्रयास कर किसानों को पहली बार आलू की फसल के उम्दा दाम दिए हैं. पहली बार सोसायटी प्राइवेट कपंनियों की अपेक्षा आलू के बेहतर दाम देने में सफल रही है. घाटे में चल रही सोसायटी की भरपाई को कड़े कदम उठाए जा रहे है. उन्होंने कहा कि किसानों के हित सोसायटी के लिए सर्वोपरि है. 

घाटे में चल रहे सभी प्रोजेक्ट को गम्भीरता से लिया जा रहा है. बोर्ड के सभी सदस्यों ने किसानों की सहमति से घाटे में चल रहे होटल चंद्रमुखी को बंद कर अस्पताल के लिए 42 लाख प्रति वर्ष किराये में दे दिया है और इससे सोसायटी को लाभ हुआ है.भवनों को लीज पर देने का फैसला बोर्ड के सभी सदस्यों ने सोसायटी के प्रयोग में

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