पर्यटन और आतिथ्य सत्कार के क्षेत्र में रोजगार की प्रबल संभावनाओं को देखते हुए अब सरकार ने युवाओं को एक साल का कोर्स करवाने की योजना बनाई है। बैचलर डिग्री करने वाले युवाओं को इस कोर्स में प्रवेश मिलेगा। राज्य सरकार प्राइवेट पार्टनर के साथ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस चलाने के लिए पांच साल का अनुबंध किया है।
यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस वाकनाघाट में बनकर तैयार हो रहा है। इसका 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है। कौशल विकास निगम का कहना है कि अगले साल से यहां पर बैच बिठा दिया जाएगा। यहां पर कोर्स में प्रवेश पाने वाले युवाओं को 50 प्रतिशत सबसिडी भी मिलेगी। बाकी खर्च उन्हें खुद वहन करना होगा।
वहीं तीन लाख रुपए पैकेज की जॉब गारंटी कौशल विकास निगम ने तय किया है कि जो भी भागीदार इस सेंटर को चलाएगा, वह कोर्स करने वाले युवाओं को नौकरी की गारंटी भी देगा। तय शर्तों के मुताबिक एक साल का कोर्स पूरा होने के बाद युवा को तीन लाख रुपए सालाना पैकेज की गारंटीशुदा नौकरी मिलेगी।
अगर भागीदार नौकरी देने में असमर्थ रहता है, तो एमओयू में ही भारी पैनल्टी का भी प्रावधान किया गया है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में हिमाचल के छात्रों के लिए 60 फीसदी सीटें आरक्षित रहेंगी, हालांकि छात्रों को भोजन और आवास सहित इंटर्नशिप का खर्च खुद उठाना होगा।
सरकार ट्यूशन फीस पर सबसिडी प्रदान करेगी। पिछले दो साल कोविड चलते युवाओं को इसकी खासी मार झेलनी पड़ी है। रोजगार के क्षेत्र में युवाओं को नुकसान हुआ है, वहीं बेरोजगारी भी बढ़ी हैै। अब टूरिज्म और हॉस्पिटेलिटी के क्षेत्र में ज्यादा संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
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