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लापरवाही या गड़बड़ : कूड़े में मिले मुहर वाले बैलेट पेपर, मचा हड़कंप


सोलन में धर्मपुर स्कूल के पास पड़े मतपत्रों और सील बंद लिफाफों से पंचायत चुनावों पर बड़े सवाल, कांग्रेस ने मांगी सख्त कार्रवाई

सोलन जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धर्मपुर के समीप शनिवार को कूड़े के ढेर में मुहर लगे मतपत्र व सीलबंद लिफाफे मिलने से चुनावी प्रक्रिया व इसकी निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं। इस प्रकरण में कई अधिकारियों व कर्मचारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। मतपत्र जिला परिषद के वार्ड नंबर 10 दाड़वा के हैं, जहां से विजयी रहे रमेश ठाकुर जिला परिषद के अध्यक्ष बने हैं। कांग्रेस पार्टी ने इस घटना को लेकर प्रश्न खड़े करते हुए दाड़वा वार्ड के चुनाव को रद्द करने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि कुछ दिनों पूर्व ही प्रदेश भर में पंचायती राज चुनाव संपन्न हुए हैं। कांग्रेस पार्टी चुनाव में धांधलियों व फर्जी वोटों के आरोप लगाती आ रही है। हालांकि शनिवार को, जो कुछ हुआ उससे कांग्रेस पार्टी के इन आरोपों को बल मिला है। धर्मपुर में कूड़े के ढेर में हाल ही में संपन्न पंचायत चुनावों से संबंधित मतपत्र और सीलबंद लिफाफे बरामद हुए हैं।

पुलिस ने ऐसे 25 मतपत्र और दो सील लगे हुए लिफाफे अपने कब्जे में ले लिए हैं। हैरानी की बात तो यह है कि सभी मतपत्रों पर जिला परिषद दाड़वा वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी राज कुमार शर्मा  के चुनाव चिन्ह पर मुहर लगी हुई है। सवाल उठ रहे हैं कि मतगणना को लगभग 18 दिन बीत चुके हैं। इस बीच बारिश व बर्फबारी भी हुई, जबकि शनिवार को कूड़े के ढेर में मिले यह मतपत्र बिलकुल साफ-सुथरे हैं। ऐसे में सवाल उठता है, यह मतपत्र यहां कैसे व कब फेंके गए। मतगणना में व्यस्त अधिकारियों ने मतों की गिनती किस प्रकार पूरी की। इस तरह के कई अन्य सवाल हैं, जिनका खुलासा जांच के बाद होने की उम्मीद है। जानकारी के अनुसार शनिवार को एक व्यक्ति रामरत्न ने कूड़े के ढेर में मतपत्र देखे तो इसकी तुरंत सूचना धर्मपुर पुलिस को दी। इसकी भनक लगते ही कुछ कांग्रेस नेता भी मौके पर पहुंच गए और चुनावों की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए। इस पूरे प्रकरण को लेकर दून के पूर्व विधायक रामकुमार चौधरी ने भाजपा को घेरा है। उन्होंने कहा कि वह पहले भी कहते रहे हैं कि भाजपा ने इस पूरे चुनाव में फर्जी वोटें बनाकर और चुनाव जीतने के लिए ओच्छे हथकंडे अपनाए हैं। शनिवार को यह बात सच भी साबित हो गई। उन्होंने इस मामले में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। चौधरी ने जिला परिषद के दाड़वा वार्ड के चुनाव को रद्द करने की भी मांग की है।

अधिकारियों-कर्मियों के हाथ-पांव फूले

धर्मपुर में इस तरह से कूड़े के ढेर में मुहर लगे मतपत्र मिलने से चर्चाओं का बाजार गर्म है। मतपत्र मिलने से इस चुनावी प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों व कर्मचारियों के भी हाथ-पांव फूल गए हैं। आने वाले दिनों में मामले को लेकर कइयों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है।

ऐसे रहे थे नतीजे

जिला परिषद दाड़वा वार्ड-10 से 15 प्रत्याशी मैदान में थे। मतगणना के बाद रमेश ठाकुर को 2389 मतों के साथ विजेता घोषित किया गया था। दूसरे स्थान पर कुश देव ने 1928 मत लिए थे व तीसरे स्थान पर रहे राजकुमार शर्मा को 1757 मत हासिल हुए थे। यह वही राजकुमार शर्मा हैं, जिनके मुहर लगे मतपत्र शनिवार को बरामद हुए हैं। इसी वार्ड से विजेता रहे भाजपा समर्थित रमेश ठाकुर को जिला परिषद अध्यक्ष चुना गया है।

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